दुर्गा आरती _ उतारे तेरी आरती

दुर्गा आरती _ **उतारे तेरी आरती**

जय जगजननी जय जगदम्बे भवानी ।
भक्त उतारे तेरी आरती।
जय दुर्गा दुर्ग दर्प मर्दिनी जग कल्याणी ।
भक्त उतारे तेरी आरती।

सच्चा है दरबार तेरा सबसे ऊंचा है पहाड़ तेरा।
गले लाल फूल हार सबसे अच्छा है दरबार तेरा।
भक्तो के भय दूर करो जय हे माता महारानी।
भक्त उतारे तेरी आरती।

चम चक चमके तेरी लाल  लाल चुनरी।
बड़ी बड़ी आंख तेरी तु है स्वर्ग सुंदरी।
दे दो सबको ज्ञान मां  हम है अज्ञानी।
भक्त उतारे तेरी आरती।

जगमग ज्योति धूप कपूर और गंध महके।
सोलह है शृंगार शोभे रूप माता सजके।
भूल चूक क्षमा करो हुई जो नादानी।
भक्त उतारे तेरी आरती।

दयालु हो माता दया करना तेरे है हम दरबारी।
कृपालु हो कृपा करना चरण के है हम पुजारी।
गाए महिमा तेरी देव ऋषि मधुर अपनी वाणी।
भक्त उतारे तेरी आरती।

श्याम कुंवर भारती
बोकारो, झारखंड , मो.9955509286

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4 Comments

Mohammed urooj khan

23-Oct-2023 01:43 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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Gunjan Kamal

23-Oct-2023 08:24 AM

👌👏

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RISHITA

21-Oct-2023 11:54 AM

V nice

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